hello, नमस्ते दोस्तों आज हम जानेंगे निम्बू lemon के फायदे इसके इस्तेमाल से क्या फायदा है ? और कब इसका इस्तेमाल करे ? और कैसे इसका इस्तेमाल करे ? और कितने मात्रा में करे ?
तो दोस्तों जैसा की आप सबको पता है हम हर बार आपके लिए लाते है आपके लिए कुछ ऐसा जो आपको और आपके सेहत को देता है कुछ अनोखा एहसास आज आपके लिए एक बहुत ही सामान्य रूप से मिलने वाला पर बहुत ही फायदेमंद नींबू के बरे में बताने जा रहे है |
क्यों करे नींबू का सेवन ? क्या है इसके फायदे ?
ऊपर की तस्वीर में अपने देखा नींबू अब हम जानते है नींबू के फायदे :
- वजन नियंत्रण
- चर्मरोग में
- किडनी की पथरी
- खून की कमी
- पाचन तंत्र
- कैंसर
अब हम जानते है किस प्रकार नींबू इन सब पर नियंत्रण करता है |
- वजन नियंत्रण : वजन पर नियंत्रण के लिए सामान्यतया लोग इसका इस्तेमाल करते है | वजन पर नियंत्रण पाने के लिए नींबू को सुबह सुबह ही खाली पेट में न ज्यादा गर्म न ज्यादा ठंडा गुनगुना पानी में शहद के साथ पिए | ऐसा करने से वजन में चमत्कारिक रूप से नियंत्रण होता है |
- चर्मरोग में : यदि किसी को दाद खुजली-खाज या काला दाग जैसा कोई रोग हो तो नींबू को रस लगाये | यदि कोई और भी चर्म विकार होतो नींबू का रस का प्रयोग 3 से 7 दिन करे लाभ होगा |
- किडनी की पथरी : नींबू में कैल्शियम ओक्स्लेट पाए जाते है जो पथरी के निर्माण से पहले ही उसे नष्ट कर देता है | जिससे पथरी के रोग में फायदेमंद है |
- खून की कमी : नींबू में विटामिन C होता है जो खून में आयरन बढ़ता है | इसके साथ ही इसमें एंटी औक्सिडेंट गुण होने के कारण ये हृदय गति को नियंत्रित रखता है जिससे खून की कमी दूर होती है |
- पाचन तंत्र : किसी को दस्त लग रहे हो तो नींबू के सेवन से थम जाते है | यदि किसी ने गलती से जमालघोटा पि लिया हो तो नींबू को पानी में या दही के छाछ में मिला के पीला दे | पेट में कीड़े हो जाये तो भी नींबू फायदेमंद है | भूक न लगती हो तो काली मिर्च लौंग के पाउडर को नींबू पानी में मिला कर पिलाये | यदि अधिक गैस या एसिडिटी हो तो कालानमक नींबू पर मल कर चाटे | अज्वैन सेंध नमक से नींबू का सेवन से लीवर के विकार सही होते है |
- कैंसर : वैसे तो नींबू कैंसर पर सीधा असार नहीं करता है पर नींबू में पाए जाने वाले सभी तत्व जैसे विटामिन C आयरन कैल्शियम ओक्स्लेट और एंटी औक्सिडेंट गुण कैंसर के प्रभाव से छति होने वाले सेल को कुछ हद तक रक्षित जरुर करता है जिससे कैंसर का खतरा बहुत कम होता है |